जब एक सैनिक की रूह खुदा के पास गयी तो खुदा ने उससे पूछा कि तुम्हें वापस जाना है कोई ख्वाहिश है तुम्हारी तो उस सैनिक ने कहा - मुझे फिर से उसी माँ की गोद देना जिसने मुझे पाल पोषकर मेरी धरती माँ की गोद में छोड़…
जब एक सैनिक की रूह खुदा के पास गयी तो खुदा ने उससे पूछा कि तुम्हें वापस जाना है कोई ख्वाहिश है तुम्हारी तो उस सैनिक ने कहा - मुझे फिर से उसी माँ की गोद देना जिसने मुझे पाल पोषकर मेरी धरती माँ की गोद में छोड़…
हर रोज़ घर के किसी कोने में उलझी हुई सी मिल जाती थी वो जब भी मुझे देखे तो मुस्कुराती थी वो ज़िन्दगी में उसकी न जाने कितनी भी उलझने हों पर मेरे लिए हमेशा सुलझी हुई मिल जाती थी वो जब भी कभी बचपन में ठोकर लगी और …
चारों ओर रंग बिरंगे फूल थे और हल्की - हल्की चलने वाली ठंडी हवा उन फूलों की खुशबू को पूरे आंगन में फैला रही थी ऐसी खुशबू जिससे किसी का भी मन कुछ गाने - गुनगुनाने और नाचने का करने लगे पर ये क्या यहाँ तो विधाता इस सुन्दर और मनमो…